The 5-Second Trick For प्राचीन भारत का इतिहास

कलकत्ता में अंग्रेजों की किलेबंद बस्ती का नाम था?उत्तर-फोर्ड विलियन

आंग्ल-सिख संघर्ष – प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय

Pustak Ka Vivaran : Lekin kal Vibhajan ka jo is sabase kahin Adhik mahatvapurn aur svikrat manadand hai usake anusar itihas ko manav jati ke vikas kee vibhinn avasthaon ke aadhar par alag-alag kalon mein bant diya jata hai.

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अरबों ने भारत में अन्य विजित प्रदेशों की तरह धर्म पर आधारित राज्य स्थापित करने का प्रयास नहीं किया। हिन्दुओं को महत्त्व के पदों पर बैठाया गया। इस्लाम धर्म ने हिन्दू धर्म के प्रति सहिष्णुता का प्रदर्शन किया। अरबों की सिंध विजय का आर्थिक क्षेत्र भी प्रभाव पड़ा। अरब से आने वाले व्यापारियों ने पश्चिम समुद्र एवं दक्षिण पूर्वी एशिया में अपने प्रभाव का विस्तार किया। अतः यह स्वाभाविक था कि, भारतीय व्यापारी उस समय की राजनीतिक शक्तियों पर दबाव डालते कि, वे अरब व्यापारियों के प्रति सहानुभूति पूर्ण रुख़ अपनायें। तुर्की आक्रमण

भारत एवं विश्व में हुए प्रमुख विद्रोह और उनकी तारीख

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जैनुल-अखबार की रचना अबु सईद ने की थी, इससे महमूद गजनी के जीवन पर प्रकाश पड़ता है। मिनहाज-उस-सिराज जुजानी रचित तबकात-ए-नासिरी से दिल्ली सल्तनत का कालक्रमिक एवं क्रमबद्ध विवरण प्रस्तुत होता है। इस तरह का विवरण प्रस्तुत करने वाला यह पहला ग्रंथ है। 

शंकरगण · लक्ष्मणराज · गांगेयदेव विक्रमादित्य · कर्णदेव

44Books का एंड्रोइड एप डाउनलोड करें “ना कहने का साहस रखें। सच्चाई का सामना करने का साहस रखें। सही कार्य करें क्योंकि यह सही है। यह जीवन को सत्यनिष्ठा से जीने की जादुई website चाबियां हैं।” – डब्ल्यू क्लेमैन्ट स्टोन

महाभारत की रचना किसने की ? उत्तर- वेद व्यास

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